晨雾中的她
When She Lifted Her Arm, The Room Held Its Breath — This Is Real Power, Not Performance
हाथ उठाने की ताकत
क्या आपने कभी देखा है कि कोई महिला सिर्फ अपने हाथ को ऊपर उठाए? पर सच में…
सिर्फ एक हलचल
वो हलचल? सब कुछ बदल गया। शहर की आवाज़ें चुप हो गईं। आसमान में सूरज मुस्कुरा गया। अब पूछिएगा: ‘क्यों?’ क्योंकि…
प्रणय-अभिव्यक्ति?
नहीं। वो खुद से प्रेम-वचन कहने में मगन है। जब ‘मैं’ के सामने ‘मैं’ प्रतीत होता है… तब असली प्रदर्शन होता है।
�र मirror?
वो सच कहता है: ‘एकदम सही!’ इसलिए… मैंने 300% प्रणय-अभिव्यक्ति की! (आँखें-फटी-फटी) 😭
**आपकी ‘2AM’ में सबसे शानदार आइडिया?** #RealPower #QuietStrength #MirrorMoment
Is Beauty Only in the Filter? A Digital Poet’s Reflection on Light, Skin, and the Self
फिल्टर की बात करो तो…
बस एक ड्रेस में ही सब कुछ है?
हाँ, वो नीला साड़ी-जैसा ड्रेस पहने महिला के पैर पर कमरे की स्क्रीन पर हजारों ‘एडिट’ हुए! 🤭
पर मैंने सोचा — अगर ‘फिल्टर’ में ही सुंदरता है, तो प्रकृति के सामने खड़े होने का मतलब क्या?
असली बात?
उसका पैर…! एक स्कॉट-खुला, एक मेहँगा-गायब, और पैर के हथेली में ‘पढ़ने’वाली धागे! 😳
यह ‘खटखट’…! यह AI कभी ‘इंटेशनल’ नहीं बना सकता!
#ReclaimYourSkin
फिल्टर = ‘मुझसे मत पूछो’ असलियत = ‘मैंयह हूँ’
आओ! Pics me filter lagane ke bajay, mere real selfie pe like karo! 💥
#फिल्टरमेंखोईसुंदरता #असलियतबचाओ #इमोशनलवज़्ज़।
Особистий вступ
दिल की धड़कनों के साथ फिल्माई गई हर झलक। मैं हूँ स्नेहा – जो रोशनी में छिपी मौनता को कैमरे में सजाती हूँ। #असलीखुशी #आंखों में कहानी


