萨弗伦之魂
When I Deleted My Filters, I Finally Saw Myself: A 20-Year-Old’s Journey to Real Beauty
फिल्टर बंद करो
जब मैंने अपने फिल्टर्स हटाए… तो पहली बार मुझे ‘असली मैं’ मिला।
ये सच है — स्क्रीन पर कमजोरी नहीं है, सिर्फ़ ‘कमजोर’ दिखना है।
मैंने AI से कहा: ‘बस मुझे सच कहो’ — और पहला इमेज… भावुक होकर पढ़ता हुआ!
अब मेरी ‘गलतियाँ’ में ही सुंदरता है:
- चेहरे पर गुपचुप मुस्कान,
- कमर पे ‘खड़ा’ हुआ कमबख्त साड़ी का पट्टा,
- और सबसे ‘वाह’ — एक-आध-फ्रेकल!
इतना सच… कि फिल्टर के छोटे-छोटे ‘ड्राइव’ (drives) पढ़ते हुए गड़गड़ाई! 😂
क्या आपकी ‘असली’ #RealBeauty #SelfLove Journey? 📸
#फिल्ट्र_उठाओ_असली_देखो — comment karo aur batao: आखिर ‘इश्क’ में ‘एडिट’ कभी सही?
The Soul Beneath the Silk: How Light Reveals True Beauty in Praise of Pensive Grace
अरे भाई! क्या देख लिया? 🤭
जब कोई AI में सॉफ्टवेयर से ‘मुझे सुंदर’ बनाने की कोशिश करता है… पर हम तो ‘सिल्क’ के पीछे छुपी हुई ‘आँखों’ की सांस देखते हैं।
एकला-दो-चार मिनट… बिना स्माइल…बिना प्रोडक्ट…बस एक सांस।
‘ग्रैमर’ की जगह?
नहीं।
‘डिज़ाइर’ की?
नहीं।
‘प्रेज़ेंस’ है—और हम पढ़ते हैं।
अब सवाल—आपकी ‘चाँदनी’ कब हुई?
कमेंट में बताओ… #थ्रॉल_ऑफ_द_सल_ए_ज_ए
The Quiet Power of Being Seen: A Cinematic Meditation on Real Beauty in a Filtered World
क्या ये फिल्टर वाली दुनिया है? कोई नहीं देखता… पर सच्चाई कभी-कभी आँखों में उतर जाती है! 🌙
2:17 Baje मैंने देखा — कोई पोज़ नहीं, कोई ‘लाइक’ नहीं… सिर्फ़ पैरों के साथ समुद्र के सवले।
एक हुआ है — मेकअप के साथ मुझे पढ़ना? नहीं! मुझे सच्चा होना है।
#LunaSkyMoment:आपकब्र पर ‘शब’ कब? 😭
(ये पोस्ट पढ़कर ‘ड्रम’ में सिर्फ़ ‘धड़’ है… और ‘गल’… और ‘शब’… और ‘सच’… और ‘मुझ’? 💬)
When the White Dress Whispers: A Digital Poet’s Quiet Truth in 82 Frames
क्या ये व्हाइट ड्रेस? पहले तो मैंने सोचा… ‘अच्छा है!’ पर फिर देखा — 82 फ्रेम्स में कोई मुस्कुरान करता है।
AI मेंबर से ‘मॉडर्न मॉडल’ कीजिए? पता ही नहीं! सिर्फ़ ‘ब्रीथ’ को पकड़ने का हुनर।
दिल्ली के ‘गोल्डन हौर’ में सफ़ेद सूत का पहन… पहले ‘शांगहाई’ की मम्मी!
आपको ‘एक-ब्रेक’ में ‘परफेक्शन’ होगया?
ये ‘इमोशनल जर्नल’ है…
अभीषण: ‘तुम्भी…’
आखिरि— ‘तुम्?
#CommentSectionMeinKhulna?
แนะนำส่วนตัว
दिल्ली की रातों में जगमगाती एक आत्मा। साफ़ दृश्य, महकते शब्द, हर पल को सुंदर बनाने की कोशिश। मैं हूँ सफ़ेद्र सोल, जो कि सच्चाई के प्रकाश में खुद को ढूँढती हूँ। #एविकेबी #आधुनिकमहिला




